प्राचीन भारतीय इतिहास के विषय में जानकारी मुख्यतः चार स्रोतों से प्राप्त होती है -
- धर्मग्रन्थ
- ऐतिहासिक ग्रन्थ
- विदेशियों का विवरण
- पुरातत्व - संबंधी साक्ष्य
धर्मग्रन्थ एवं ऐतिहासिक ग्रन्थ से मिलनेवाली महत्वपूर्ण जानकारी
भारत का सर्वप्राचीन धर्मग्रन्थ वेद है, जिसके संकलनकर्ता महर्षि कृष्ण द्वैपायन वेदव्यास को माना जाता है ! वेद बसुद्वैध कुटुम्बकम का उपदेश देता है ! भारतीय परम्परा वेदों को नित्य तथा अपौरुषय मानती है ! वेद चार प्रकार के है -
- ऋग्वेद
- यजुर्वेद
- सामवेद
- अथर्ववेद
इन चार वेदों को संहिता कहा जाता है !
ईसा पूर्व एवं ईसवी
वर्तमान में प्रचलित ग्रेगोरियन कैलेण्डर (इसाई कैलेण्डर/जूलियन कैलेण्डर) इसाई धर्मगुरु ईसा मसीह के जन्म-वर्ष (कल्पित) पर आधारित है ! ईसा मसीह के जन्म के पहले के समय को ईसा पूर्व (B.C-Before the birth of Jesus Christ) कहा जाता है ! ईसा पूर्व में वर्षो की गिनती उल्टी दिशा में होती है, जैसे महात्मा बुद्ध का जन्म 563 ईसा पूर्व में एवं मृत्यु 483 ईसा पूर्व में हुआ ! यानी ईसा मसीह के जन्म के 563 वर्ष पूर्व महात्मा बुद्ध का जन्म एवं 483 वर्ष पूर्व मृत्यु हुई !
ईसा मसीह की जन्म-तिथि से आरंभ हसा सन, ईसवी सन कहलाता है ! इसके लिए संक्षेप में ई. लिखा जाता है ! ई. को लैटिन भाषा के शब्द A.D. में भी लिखा जाता है ! A.D. यानी Anno Domini जिसका शाब्दिक अर्थ है - In the year of Lord (Jesus Christ)
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